।। मां-बाप ।।
मां और पिता के बिना हमारा अस्तित्व संभव ही नहीं है। हर जीव का अस्तित्व उसके मां-बाप से है। चाहे कोई माने या ना माने मां- बाप हमें जन्म देने से लेकर हमारी परवरिश तक और तो और विषम परिस्थितियों में भी हमारा साथ नहीं छोड़ते हैं। इसलिए मेरा आप सभी से विनम्र आग्रह है- आप भी अपने मां बाप का साथ उनके वृद्धा होने पर ना छोड़ें। आजकल एक परंपरा चल रही है कि बूढ़े मां बाप को वृद्धा आश्रम छोड़ने की; मैं इस परंपरा का सख्त विरोधी हूं। जिन मां और बाप ने हमें दिन रात मेहनत कर और कठिनायां झेल कर पाला हो और हम उन्हीं मां बाप को घर से बाहर कर देते हैं। आखिर हम अपने मां-बाप को वृद्धा आश्रम छोड़ कर कितना बड़ा पाप करते हैं।
-दीपक कोहली