-:।। भाव वंदना ।।:-
कोई हो गया हैं मेरा मेरी वंदना से पहले
मेरे भाव थे अधूरे मेरी कल्पना से पहले
मुझे भीख मिल गई हैं मेरी अर्चना से पहले
कोई कामना नहीं थी तेरी कामना से पहले
मेरी साध थी न पूरी तेरी साधना से पहले
मुझे मिल गया हैं सभी कुछ उपासना से पहले
तेरी प्रीत मिल गई हैं मेरी याचना से पहले
कोई हो गया हैं मेरा मेरी आराधना से पहले