फ़िल्म और राजनीति साथ-साथ
दादा साहब फाल्के पुरस्कृत अभिनेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. विनोद खन्ना का जन्म 1946 में पेशावर में, जो अब पाकिस्तान में है, विनोद खन्ना के अभिनय से मैं बहुत प्रभावित रहा हूँ । हालाँकि फिल्मी कॅरियर के स्वर्णिम काल में वे अध्यात्म की ओर अग्रसरित हुए और ओशो श्री रजनीश के शिष्य हो गए !
एक दशक उनके साथ रहकर फिर वापस आये, किन्तु राजनीति में, वो भी भाजपा में । गुरदासपुर से दो बार लोकसभा के सांसद भी रहे तथा वाजपेयी जी की सरकार में कला, पर्यटन तथा विदेश राज्यमंत्री भी बने । बाद में बीमारी के कारण वे राजनीति की मुख्यधारा से अलग हो गए।
‘दबंग’ फ़िल्म में चुलबुल पांडे और मक्खी के पिता का किरदार उन्होंने बेहद सहज तरीके से निभाये ! ‘मुकद्दर का सिकंदर’, ‘इना मीना डिका’, ‘अमर अकबर एंथोनी’ में तो उनके रोलप्ले बेहद सराहे गए !
वे ‘पद्मभूषण’ से सम्मानित थे । उन्हें मरणोपरांत भारत सरकार ने 2017 का ‘दादा साहब फाल्के पुरस्कार’ से भी नवाज़े । उनकी चार संतान हैं । फ़िल्म अभिनेता अक्षय खन्ना उनके बड़े पुत्र हैं।