*”फ़ाग गीत”*
” फाग गीत”
फागुन गीत,
सखी सहेली संग ,
होली आई रे।
गूंजे स्वरों में ,
ढोल नगाड़ों पर ,
फाग गाओ रे।
बसंत संग ,
पलाश केसरिया ,
रंग खेलो रे।
फागुन आया ,
झूमे नाचते गाते ,
धरती झूमें ,
घर आँगन ,
थामे थाल गुलाल ,
फाग के रंग ।
होली में उड़े अबीर गुलाल
जय श्री कृष्णा राधे राधे