फ़क्र हमें है आप हमारे वीर जवान हो..
फ़क्र हमें है आप हमारे वीर जवान हो,
न होना यूँ विचलित देश का जर्रा-जर्रा साथ है ।
कर देंगीं कुर्बान हज़ारों लाड़लों को तुम्हारी ख़ातिर,
चेहरे पर रहे मुस्कराहट हमें आप पर अभिमान हो ।। (1)
नहीं छोड़ेंगे उनको निशान-ए-जख्म दिए तुमको,
हम भारत के वीर सकुशल आपको लायेंगे ।
रखेगा दुश्मन आपको दुःखों में भारी,
बार-बार बख्शा अबकी हम उन्हें मज़ा चखा देंगे ।।(2)
अभिनंदन भूरि-भूरि आपका देश ये करता है,
लौट चमन आ जाओ गुलशन तुम बिन सुना है ।
भूल से भी गर दुश्मन चोट तुम्हें पहुँचायेगा,
उसकी ज़मीन से लहू क़भी न सूख पायेगा ।। (3)
देश करे नतमस्तक दिल से ऐसे परिवारों का,
जो नाम चमन में घूमे वो हो हर नाम फ़िज़ाओं का ।
हे अभिनंदन अभिमान आपका सदा चमकेगा,
शान तिरंगे की ख़ातिर यारो “आघात” मिट जाएगा ।।(4)
आर एस बौद्ध “आघात”
अलीगढ़