Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Nov 2017 · 1 min read

ज़िन्दगी जलती हुई सिगार बनकर रह गयी

ज़िन्दगी जलती हुई सिगार बनकर रह गयी
लोगों के हाथों में दम की शिकार बन कर रह गयी
धुँआ बन,हवा में घुल, राख बन
चंद क्षणों की मेहमान बनकर रह गयी

इंसानो की बस्ती में हैवान बनकर रह गयी
गरीबों की बस्ती में भगवान बनकर रह गयी
ख़ातून की तरह गुलाम बनाकर रह गयी
ज़िन्दगी एक इंतकाम बनकर रह गयी

बिखरे पन्नो की किताब बनकर रह गयी
अनगिनत हिसाब बनकर रह गयी
छिपे हुए राज़ बनकर रह गयी
महज़ एक अनकही बात बनकर रह गयी

कभी सैलाब बनकर रह गयी
कभी हिज़ाब बनकर रह गयी
चार दिन के मेहमान ज़िन्दगी
आज गुलाम बनकर रह गयी

भूपेंद्र रावत
12।11।2017

Language: Hindi
1 Like · 303 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"कयामत का नशा"
Dr. Kishan tandon kranti
कैसी लगी है होड़
कैसी लगी है होड़
Sûrëkhâ
माना कि मेरे इस कारवें के साथ कोई भीड़ नहीं है |
माना कि मेरे इस कारवें के साथ कोई भीड़ नहीं है |
Jitendra kumar
"" *जब तुम हमें मिले* ""
सुनीलानंद महंत
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Your Secret Admirer
Your Secret Admirer
Vedha Singh
ताशीर
ताशीर
Sanjay ' शून्य'
*** सफलता की चाह में......! ***
*** सफलता की चाह में......! ***
VEDANTA PATEL
त्याग
त्याग
Punam Pande
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सफलता की फसल सींचने को
सफलता की फसल सींचने को
Sunil Maheshwari
तेरे मेरे बीच में
तेरे मेरे बीच में
नेताम आर सी
!! युवा !!
!! युवा !!
Akash Yadav
23/140.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/140.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Beginning of the end
Beginning of the end
Bidyadhar Mantry
Nature ‘there’, Nurture ‘here'( HOMEMAKER)
Nature ‘there’, Nurture ‘here'( HOMEMAKER)
Poonam Matia
मानव जीवन की बन यह पहचान
मानव जीवन की बन यह पहचान
भरत कुमार सोलंकी
आज होगा नहीं तो कल होगा
आज होगा नहीं तो कल होगा
Shweta Soni
गीत।। रूमाल
गीत।। रूमाल
Shiva Awasthi
अपनी तस्वीरों पर बस ईमोजी लगाना सीखा अबतक
अपनी तस्वीरों पर बस ईमोजी लगाना सीखा अबतक
ruby kumari
जात-पांत और ब्राह्मण / डा. अम्बेडकर
जात-पांत और ब्राह्मण / डा. अम्बेडकर
Dr MusafiR BaithA
अगर आप किसी कार्य को करने में सक्षम नहीं हैं,तो कम से कम उन्
अगर आप किसी कार्य को करने में सक्षम नहीं हैं,तो कम से कम उन्
Paras Nath Jha
ऐ!दर्द
ऐ!दर्द
Satish Srijan
■ आज का विचार...
■ आज का विचार...
*प्रणय प्रभात*
जिंदगी की सांसे
जिंदगी की सांसे
Harminder Kaur
मोहक हरियाली
मोहक हरियाली
Surya Barman
जेठ कि भरी दोपहरी
जेठ कि भरी दोपहरी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Prapancha mahila mathru dinotsavam
Prapancha mahila mathru dinotsavam
jayanth kaweeshwar
वीर रस की कविता (दुर्मिल सवैया)
वीर रस की कविता (दुर्मिल सवैया)
नाथ सोनांचली
प्रकृति के आगे विज्ञान फेल
प्रकृति के आगे विज्ञान फेल
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
Loading...