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8 Mar 2022 · 1 min read

ज़िंदा जल रहे हैं हम।

हैं दिल पर चोट जो गहरे ख़ुदी से भर रहे हैं हम
हमारा हैं यहां सब कोई लेकिन मर रहे हैं हम।।

हमें कहने वाले वो चाँद के टुकड़े चले गए
अभी इस सोच में देखो जिंदा जल रहे हैं हम।।

©अनन्या राय पराशर®

Language: Hindi
1 Like · 165 Views
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