Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2022 · 1 min read

ज़ाफ़रानी

कभी रंगीन तो कभी ज़ाफ़रानी लगती हैं!
मेरी कहानी बस मेरी कहानी लगती हैं!

कौन कहता हैं मोहब्बत चार दिन की है!
अज़ी हमसे पूछो सारी जवानी लगती हैं!

मोहब्बत का सबब कौन समझा हैं यहाँ!
लोगों को तो बस मीरा दीवानी लगती हैं!

शक्ल कैसी भी हो जब दिल आ जाये तो!
इश्क के अंधे को बस वो सुहानी लगती हैं!

जिधर देखिये बस कौवे के चोंच में मोती!
ये अज़ब खुदा की कारस्तानी लगती हैं!

✒ Anoop S.

#Theincomparable #LafzDilse #Theuniques

3 Likes · 1 Comment · 331 Views

You may also like these posts

ऋतुराज
ऋतुराज
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जलते हुए चूल्हों को कब तक अकेले देखेंगे हम,
जलते हुए चूल्हों को कब तक अकेले देखेंगे हम,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कितना मुश्किल है केवल जीना ही ..
कितना मुश्किल है केवल जीना ही ..
Vivek Mishra
ज़माने से मिलकर ज़माने की सहुलियत में
ज़माने से मिलकर ज़माने की सहुलियत में
शिव प्रताप लोधी
भावों का कारवाॅं
भावों का कारवाॅं
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
कुछ लोगो की चालाकियां खुल रही है
कुछ लोगो की चालाकियां खुल रही है
पं अंजू पांडेय अश्रु
मशक्कत कर
मशक्कत कर
Surinder blackpen
तुम में एहसास
तुम में एहसास
Dr fauzia Naseem shad
संवेदनाओं में है नई गुनगुनाहट
संवेदनाओं में है नई गुनगुनाहट
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नूर ओ रंगत कुर्बान शक्ल की,
नूर ओ रंगत कुर्बान शक्ल की,
ओसमणी साहू 'ओश'
*तू ही  पूजा  तू ही खुदा*
*तू ही पूजा तू ही खुदा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*पल्लव काव्य मंच द्वारा कवि सम्मेलन, पुस्तकों का लोकार्पण तथ
*पल्लव काव्य मंच द्वारा कवि सम्मेलन, पुस्तकों का लोकार्पण तथ
Ravi Prakash
"डूबना"
Dr. Kishan tandon kranti
सेल्फी या सेल्फिश
सेल्फी या सेल्फिश
Dr. Pradeep Kumar Sharma
_सुविचार_
_सुविचार_
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
अजनबी
अजनबी
लक्ष्मी सिंह
संस्कारों का चोला जबरजस्ती पहना नहीं जा सकता है यह
संस्कारों का चोला जबरजस्ती पहना नहीं जा सकता है यह
Sonam Puneet Dubey
आस्था का महापर्व:छठ
आस्था का महापर्व:छठ
manorath maharaj
कलियुग की गोपी
कलियुग की गोपी
कवि कृष्णा बेदर्दी 💔
अजब-गजब
अजब-गजब
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
दिल की बात
दिल की बात
Ranjeet kumar patre
इस तरफ न अभी देख मुझे
इस तरफ न अभी देख मुझे
Indu Singh
तुम वही हो
तुम वही हो
ललकार भारद्वाज
दर्द तड़प जख्म और आँसू
दर्द तड़प जख्म और आँसू
Mahesh Tiwari 'Ayan'
*पत्थरों  के  शहर  में  कच्चे मकान  कौन  रखता  है....*
*पत्थरों के शहर में कच्चे मकान कौन रखता है....*
Rituraj shivem verma
तुमसे मिलना, शायद नहीं है किस्मत में l
तुमसे मिलना, शायद नहीं है किस्मत में l
अरविन्द व्यास
आज के युग के आधुनिक विचार
आज के युग के आधुनिक विचार
Ajit Kumar "Karn"
तेरे चेहरे पर कलियों सी मुस्कुराहट बनाए रखने के लिए।
तेरे चेहरे पर कलियों सी मुस्कुराहट बनाए रखने के लिए।
Rj Anand Prajapati
विषय-मन मेरा बावरा।
विषय-मन मेरा बावरा।
Priya princess panwar
अरे ! पिछे मुडकर मत देख
अरे ! पिछे मुडकर मत देख
VINOD CHAUHAN
Loading...