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1 Apr 2021 · 1 min read

ज़ालिम हसीना..

यूँ अदाएँ ना बिखेर ये ज़ालिम हसीना…
इस दिल में तेरा आशियाँ बन रहा है….
देखना यूँ साथ चलते चलते हम….
कहीं हमसफ़र ना बन जाएँ…..

© बेनाम-लफ्ज़…

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