ज़ख्म
वो नाराज़ हैं हमसे कि हम कुछ लिखते नहीं!
लफ्ज़ लाये कहाँ से जब हम को मिलते नहीं!
दर्द की ज़ुबान होती तो बता देते हम तुमको!
ज़ख्म कैसे दिखा दे जो हम को दिखते नहीं!
✒Anoop S.
वो नाराज़ हैं हमसे कि हम कुछ लिखते नहीं!
लफ्ज़ लाये कहाँ से जब हम को मिलते नहीं!
दर्द की ज़ुबान होती तो बता देते हम तुमको!
ज़ख्म कैसे दिखा दे जो हम को दिखते नहीं!
✒Anoop S.