Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Aug 2020 · 1 min read

ग़ज़ल:- वक़्त का मुसाफ़िर

वक़्त का मुसाफ़िर मैं, वक़्त का मुहाजिर मैं ।
वक़्त कब फना कर दे, मंबअ-ए-अनासिर मैं ।।

नाचता ही रहता हूँ, वक़्त के इशारों पर ।
क़ैद-ए-जिंदगी में हूँ, बेबसी का ताइर मैं ।।

मुझ हक़ीर से हटिये दूर, ऐ जहाँ वालों ।
आप क्या समझते हैं, क्या कोई हूँ नादिर मैं ।।

फ़ैसला मुकद्दर का, कुछ असर जफ़ा का भी ।
सो तबाही पहुंचा हूँ, दर तेरे बिल-आखिर मैं ।।

इस सबब भी पढ़ता हूँ फातिहा दिल-ए-मदफ़न ।
क़ब्र-ए-आरजू का हूँ, तन्हा सा मुजाबिर मैं ।।

इस क़दर बदन अपना, मत दिखा मुझे जानाँ ।
हूँ मुजाहिदे उल्फत, हुस्न का न ताजिर मैं ।।

मुंतज़िर हूँ मैं अब भी, इक तेरी सदा का बस ।
क़ब्र से भी हो जाऊँ तेरे दर पर हाज़िर मैं ।।

इश्क़ बंदगी समझा, फिर भी शिर्क का इल्ज़ाम ।
बेसबब ही कहलाया, मौलवी से काफ़िर मैं ।।

मैं मुआफी गलती की माँगता भी तो कैसे ।
हद अनापरस्ती और, उसपे इक शाइर मैं ।।

कह रहा है साहिल ये, तंग आ समुन्दर से ।
ज़िन्दगी से हो जाऊँ, बोल गैर-हाज़िर मैं ।।

3 Likes · 1 Comment · 216 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सांसों के सितार पर
सांसों के सितार पर
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मोहे वृंदावन न भायै, .....(ऊधो प्रसंग)
मोहे वृंदावन न भायै, .....(ऊधो प्रसंग)
पं अंजू पांडेय अश्रु
मोहब्बत
मोहब्बत
Dinesh Kumar Gangwar
२९०८/२०२३
२९०८/२०२३
कार्तिक नितिन शर्मा
कोशिश मेरी बेकार नहीं जायेगी कभी
कोशिश मेरी बेकार नहीं जायेगी कभी
gurudeenverma198
अक्सर हम ऐसा सच चाहते है
अक्सर हम ऐसा सच चाहते है
शेखर सिंह
इच्छा शक्ति अगर थोड़ी सी भी हो तो निश्चित
इच्छा शक्ति अगर थोड़ी सी भी हो तो निश्चित
Paras Nath Jha
मुस्कान
मुस्कान
Santosh Shrivastava
बहें हैं स्वप्न आँखों से अनेकों
बहें हैं स्वप्न आँखों से अनेकों
सिद्धार्थ गोरखपुरी
3334.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3334.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
** चिट्ठी आज न लिखता कोई **
** चिट्ठी आज न लिखता कोई **
surenderpal vaidya
LK99 सुपरकंडक्टर की क्षमता का आकलन एवं इसके शून्य प्रतिरोध गुण के लाभकारी अनुप्रयोगों की विवेचना
LK99 सुपरकंडक्टर की क्षमता का आकलन एवं इसके शून्य प्रतिरोध गुण के लाभकारी अनुप्रयोगों की विवेचना
Shyam Sundar Subramanian
चार दिन की जिंदगी किस किस से कतरा के चलूं ?
चार दिन की जिंदगी किस किस से कतरा के चलूं ?
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
SHAMA PARVEEN
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हम जंगल की चिड़िया हैं
हम जंगल की चिड़िया हैं
ruby kumari
बेकसूर तुम हो
बेकसूर तुम हो
SUNIL kumar
नारी कब होगी अत्याचारों से मुक्त?
नारी कब होगी अत्याचारों से मुक्त?
कवि रमेशराज
"गारा"
Dr. Kishan tandon kranti
हमारे जख्मों पे जाया न कर।
हमारे जख्मों पे जाया न कर।
Manoj Mahato
🙅घनघोर विकास🙅
🙅घनघोर विकास🙅
*प्रणय प्रभात*
बढ़ता उम्र घटता आयु
बढ़ता उम्र घटता आयु
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पिता, इन्टरनेट युग में
पिता, इन्टरनेट युग में
Shaily
*****देव प्रबोधिनी*****
*****देव प्रबोधिनी*****
Kavita Chouhan
वक्त गिरवी सा पड़ा है जिंदगी ( नवगीत)
वक्त गिरवी सा पड़ा है जिंदगी ( नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
मोर
मोर
Manu Vashistha
*टैगोर शिशु निकेतन *
*टैगोर शिशु निकेतन *
Ravi Prakash
बचपन का प्यार
बचपन का प्यार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आई तेरी याद तो,
आई तेरी याद तो,
sushil sarna
आजकल के परिवारिक माहौल
आजकल के परिवारिक माहौल
पूर्वार्थ
Loading...