ग़जल
प्राण सखा श्री कृष्ण
भोजपुरी ग़ज़ल प्रयास
122 122 , 122 122
सुना दी सुना दी, मुरलिया सुना दी।
मधुर प्रेम से श्याम,ज़ीनगी खिला दी।
रहब आप से दूर कैसे सँवरिया,
तनिक श्याम सुंदर जलवा दिखा दी।
सजा बा रहल दूर,दिलवा दिखाईं
हुनर श्याम हमरा तनी सा बता दीं ।
अकेले-अकेले कटल जीनगी अब,
मदन मोहना मत अईसन सजा दीं।
प्रमिला श्री’तिवारी’