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4 Jun 2018 · 1 min read

**ख़्वाब**

**ख़्वाब**
आँखों में पाल।
रही मैं सुकुमार।
तुम्हारे ख़्वाब।।

सुदंर मन ।
ये लघुतम जीवन
अधूरे ख़्वाब।

आजाओ तुम।
प्रेम उपवन में।
हो पूरे ख़्वाब।।

हृदय कुसुम।
अब खिलने को हैं।
ये मेरे ख़्वाब

स्वरचित…@शिल्पी सिंह
03-06-2018

Language: Hindi
4 Likes · 1 Comment · 507 Views
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