ख़्वाब लिए जाता हूँ
आज रुखसत होना है तेरी महफ़िल से,
तोहफे में तुझे प्यार दिए जाता हूँ।
मुझे नजराने में अपने आँसू दे दो,
मैं तुम्हे अपनी याद दिए जाता हूँ।
ये वक़्त हमे मिलने नहीं देगा,
चंद रोज बाद तुम भूल जाओगे,
मेरे दिल में एक कली खिलेगी,
जब भी तुम मुस्कुराओगे।
मैं ताकते हुए सूनी आँखों से,
इक गुलाब दिए जाता हूँ।
और तेरी रातों की चांदनी,
तेरी आँखों के फलक से,
ख़्वाब लिए जाता हूँ,,,,
ख़्वाब लिए जाता हूँ,,,,
ख़्वाब लिए जाता हूँ।