Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Aug 2021 · 1 min read

ख़्वाब की तरह

अपनी ख्वाहिशों को मैंने गुलाब की तरह देखा।
तेरे चेहरे को मैने आफ़ताब की तरह देखा।
तुझे देखा है ख्वाबों में अक्सर मिलते हुए,
उस ख़्वाब को भी मैने बस ख़्वाब की तरह देखा।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

Language: Hindi
Tag: शेर
3 Likes · 2 Comments · 315 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
परिवार होना चाहिए
परिवार होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
सपने तेरे है तो संघर्ष करना होगा
सपने तेरे है तो संघर्ष करना होगा
पूर्वार्थ
क्यों हो गया अब हमसे खफ़ा
क्यों हो गया अब हमसे खफ़ा
gurudeenverma198
मैं क्या लिखूँ
मैं क्या लिखूँ
Aman Sinha
"खुद के खिलाफ़"
Dr. Kishan tandon kranti
मोहे हिंदी भाये
मोहे हिंदी भाये
Satish Srijan
कैसा दौर है ये क्यूं इतना शोर है ये
कैसा दौर है ये क्यूं इतना शोर है ये
Monika Verma
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
Rj Anand Prajapati
¡¡¡●टीस●¡¡¡
¡¡¡●टीस●¡¡¡
Dr Manju Saini
फूल फूल और फूल
फूल फूल और फूल
SATPAL CHAUHAN
*क्यों बुद्ध मैं कहलाऊं?*
*क्यों बुद्ध मैं कहलाऊं?*
Lokesh Singh
"अवध में राम आये हैं"
Ekta chitrangini
स्त्री का प्रेम ना किसी का गुलाम है और ना रहेगा
स्त्री का प्रेम ना किसी का गुलाम है और ना रहेगा
प्रेमदास वसु सुरेखा
💐प्रेम कौतुक-384💐
💐प्रेम कौतुक-384💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ये पैसा भी गजब है,
ये पैसा भी गजब है,
Umender kumar
तूं ऐसे बर्ताव करोगी यें आशा न थी
तूं ऐसे बर्ताव करोगी यें आशा न थी
Keshav kishor Kumar
आदमी सा आदमी_ ये आदमी नही
आदमी सा आदमी_ ये आदमी नही
कृष्णकांत गुर्जर
*सुबह टहलना (बाल कविता)*
*सुबह टहलना (बाल कविता)*
Ravi Prakash
मेरी जिंदगी में जख्म लिखे हैं बहुत
मेरी जिंदगी में जख्म लिखे हैं बहुत
Dr. Man Mohan Krishna
तितली संग बंधा मन का डोर
तितली संग बंधा मन का डोर
goutam shaw
होली आई रे
होली आई रे
Mukesh Kumar Sonkar
तो शीला प्यार का मिल जाता
तो शीला प्यार का मिल जाता
Basant Bhagawan Roy
Ek galti har roj kar rhe hai hum,
Ek galti har roj kar rhe hai hum,
Sakshi Tripathi
महत्वपूर्ण यह नहीं कि अक्सर लोगों को कहते सुना है कि रावण वि
महत्वपूर्ण यह नहीं कि अक्सर लोगों को कहते सुना है कि रावण वि
Jogendar singh
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
Anand Kumar
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हर पल ये जिंदगी भी कोई खास नहीं होती ।
हर पल ये जिंदगी भी कोई खास नहीं होती ।
Phool gufran
23/177.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/177.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
देव उठनी
देव उठनी
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
गुमनामी ओढ़ लेती है वो लड़की
गुमनामी ओढ़ लेती है वो लड़की
Satyaveer vaishnav
Loading...