Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Oct 2018 · 1 min read

ख़ोज

एक दिन कहा युँ जोश में, की मैं शेर दिल इंसान हूँ।
तबसे मुझसे जाने क्यूँ वो, हर पल डरे-डरे रहने लगे।।
.
चौंक जाते, देख मुझको, जब जाता उनके पास में।
और छुप छुप कर के मुझसे, कानाफूसी सी करने लगे।।
.
बात ये उन दिन की है, मैं बैठा था संग सहकर्मी के।
बंकर में था घुप्प अंधेरा, बाहर ठंड भी थे नरमी के।।
.
की अचानक एक छोटी हलचल, सन्नाटे फ़िजा मे डोल गया,
सरसरा कर ठंडी हवाएं, कानो में पत्तो की हरकत बोल गया।
.
थी तैनाती सरहद पे, सिमा सुरक्षा था अपने हाथ मे,
भय क्रान्त अपने मातहतों को, फिर यूँ लगाया बात में।
.
मैंने कहा न डर तू मुझसे, हर गम के बन्धन तोड़ दे।
है लोमड़ी सी दिमाग मेरी, हर सोच मुझपे छोड़ दे।।
.
बच न सकता मुझसे दुश्मन, है गिद्ध की सी मेरी नज़र।
घ्राण शक्ति है कुत्ते के जैसी, मैं सूंघ लूंगा हर एक खबर।।
.
चीते के जैसी है फुर्ती मेरी, और घोड़े सी मेरी चाल है।
चिकनी चुपड़ी सूरत मग़र, अपनी गेंडे जैसी खाल है।।
.
मैंने कहि जो बातें ऐसी, उन सबसे कभी मज़ाक से।
जाने क्या मतलब निकाले, मेरे कहे गए अलफ़ाज़ से।।
.
तबसे लेकर आजतक वो, मुझे जानवर कहने लगे।
अंग बदल दी किसने मेरी, इसी “खोज” में रहने लगे।।

©® पांडेय चिदानंद “चिद्रूप”
(सर्वाधिकार सुरक्षित २४/१०/२०१८ )

Language: Hindi
11 Likes · 277 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
🌹🌹 झाॅंसी की वीरांगना
🌹🌹 झाॅंसी की वीरांगना
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
बात बिगड़ी थी मगर बात संभल सकती थी
बात बिगड़ी थी मगर बात संभल सकती थी
Shivkumar Bilagrami
बहुत फुर्सत मै पढ़ना आनंद आ जायेगा......
बहुत फुर्सत मै पढ़ना आनंद आ जायेगा......
Rituraj shivem verma
मैं अपना जीवन
मैं अपना जीवन
Swami Ganganiya
इस सियासत की अगर मुझको अक्ल आ जाए
इस सियासत की अगर मुझको अक्ल आ जाए
Shweta Soni
नम आँखे
नम आँखे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
सुंदरता विचारों व चरित्र में होनी चाहिए,
सुंदरता विचारों व चरित्र में होनी चाहिए,
Ranjeet kumar patre
2931.*पूर्णिका*
2931.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नारी शक्ति.....एक सच
नारी शक्ति.....एक सच
Neeraj Agarwal
*संवेदना*
*संवेदना*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
(आखिर कौन हूं मैं )
(आखिर कौन हूं मैं )
Sonia Yadav
സങ്കടപ്പുഴയിൽ.
സങ്കടപ്പുഴയിൽ.
Heera S
नाम हमने लिखा था आंखों में
नाम हमने लिखा था आंखों में
Surinder blackpen
प्यार वो नहीं है जो सिर्फ़ आपके लिए ही हो!
प्यार वो नहीं है जो सिर्फ़ आपके लिए ही हो!
Ajit Kumar "Karn"
चुनिंदा अश'आर
चुनिंदा अश'आर
Dr fauzia Naseem shad
जिस कदर उम्र का आना जाना है
जिस कदर उम्र का आना जाना है
Harminder Kaur
सुधि सागर में अवतरित,
सुधि सागर में अवतरित,
sushil sarna
🙅आज का ज्ञान🙅
🙅आज का ज्ञान🙅
*प्रणय*
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
साहित्य गौरव
है तो है
है तो है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
नमन साथियों 🙏🌹
नमन साथियों 🙏🌹
Neelofar Khan
❤️🖤🖤🖤❤
❤️🖤🖤🖤❤
शेखर सिंह
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
" वफ़ा की उम्मीद "
Dr. Kishan tandon kranti
कि दे दो हमें मोदी जी
कि दे दो हमें मोदी जी
Jatashankar Prajapati
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
खालीपन
खालीपन
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मन की बात
मन की बात
पूर्वार्थ
*अमृत-सरोवर में नौका-विहार*
*अमृत-सरोवर में नौका-विहार*
Ravi Prakash
मानव जीवन - संदेश
मानव जीवन - संदेश
Shyam Sundar Subramanian
Loading...