रंगमंच है ये जगत
सबकी जीवन डोर को, थामे वो सरकार
रंगमंच है ये जगत, हम सब हैं किरदार
हम सब हैं किरदार, खुदा जो है राम वही
देता जग को अम्न, शान्ति का पैग़ाम वही
महावीर कविराय, सुने वो दाता उसकी
जो उसके दरबार, ख़ैर मांगे है सबकी
***
सबकी जीवन डोर को, थामे वो सरकार
रंगमंच है ये जगत, हम सब हैं किरदार
हम सब हैं किरदार, खुदा जो है राम वही
देता जग को अम्न, शान्ति का पैग़ाम वही
महावीर कविराय, सुने वो दाता उसकी
जो उसके दरबार, ख़ैर मांगे है सबकी
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