Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
V.k.Viraz
14 Followers
Follow
Report this post
19 Nov 2020 · 1 min read
#क़ाबिल ///
मेहनत -ऐ- महफ़िल में शामिल हो जाइये।
कुछ न कीजिए तो बस क़ाबिल हो जाइये।
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
2 Comments
· 480 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
पुरानी गली के कुछ इल्ज़ाम है अभी तुम पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गोस्वामी तुलसीदास
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
* नदी की धार *
surenderpal vaidya
मंज़िलों से गुमराह भी कर देते हैं कुछ लोग.!
शेखर सिंह
जय कालरात्रि माता
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
🙅अनुभूत/अभिव्यक्त🙅
*प्रणय*
यदि है कोई परे समय से तो वो तो केवल प्यार है " रवि " समय की रफ्तार मेँ हर कोई गिरफ्तार है
Sahil Ahmad
राखी का मोल🙏
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
"तुम्हें आना होगा"
Lohit Tamta
धर्म
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
बसंत
Bodhisatva kastooriya
बड़े बुजुर्गो की सेवा करने से जो शुभ आशीर्वाद प्राप्त होता ह
Shashi kala vyas
बसंत
Lovi Mishra
सत्य कभी निरभ्र नभ-सा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ग़ज़ल _ असुरों के आतंक थे ज़्यादा, कृष्णा ने अवतार लिया ,
Neelofar Khan
ज़ख्मों की गहराई
Dr. Rajeev Jain
तनहाई के दौर में,
sushil sarna
पहला श्लोक ( भगवत गीता )
Bhupendra Rawat
" दिल की समझ "
Yogendra Chaturwedi
3149.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जुआं में व्यक्ति कभी कभार जीत सकता है जबकि अपने बुद्धि और कौ
Rj Anand Prajapati
मुश्किलें जरूर हैं, मगर ठहरा नहीं हूँ मैं ।
पूर्वार्थ
जाने जिंदगी में ऐसा क्यों होता है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
भद्रकाली
Dr. Kishan tandon kranti
मुलाक़ातें ज़रूरी हैं
Shivkumar Bilagrami
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दुखा कर दिल नहीं भरना कभी खलिहान तुम अपना
Dr Archana Gupta
अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है।
नेताम आर सी
मैं घमंडी नहीं हूँ ना कभी घमंड किया हमने
Dr. Man Mohan Krishna
*योग (बाल कविता)*
Ravi Prakash
Loading...