क़ातिलाना अदा को क्या कहते
क़ातिलाना अदा को क्या कहते
दर्दे-दिल की है वो दवा कहते
हमको मिलती वफ़ा वफ़ा कहते
और किस्मत को शुक्रिया कहते
सिर्फ़ ख़ुशियाँ ही प्यार में मिलतीं
हम न उल्फ़त को हादसा कहते
आपका प्यार अब रुलाता है
दूर हैं और हम भी क्या कहते
अश्क़े-ग़म का वो एक क़तरा है
है समुन्दर तो क्यूँ ज़रा कहते
सबने हमको सलाह दी झूठी
आप देते तो मश्विरा कहते
ठीक बीमार गर नहीं होता
ज़ह् र को लोग क्यूँ दवा कहते
ज़ह् र लाए थे वो मेरी ख़ातिर
हो गए ठीक हम दवा कहते
तुमने कहना था सिर्फ़ सच ही वहाँ
लोग चाहे बुरा-भला कहते
कट भी जाता अगर ये सर फिर भी
बात सच्ची तो हम सदा कहते
अश्क़ लोगों के उसने पोंछे हैं
फिर भी ‘आनन्द’ को बुरा कहते
– डॉ आनन्द किशोर