मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दुनियां में सब नौकर हैं,
Anamika Tiwari 'annpurna '
भगवद्गीता ने बदल दी ज़िंदगी.
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
*सर्दी-गर्मी अब कहॉं, जब तन का अवसान (कुंडलिया)*
महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय
If he could do it, so can you.
बाहर निकलने से डर रहे हैं लोग
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
अगर तूँ यूँहीं बस डरती रहेगी
हुस्न की नुमाईश मत कर मेरे सामने,
मेरी बच्ची - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
यह जिंदगी मेरी है लेकिन..
जीत हमेशा सत्य और न्याय की होती है, भीड़ की नहीं
एक जिद्दी जुनूनी और स्वाभिमानी पुरुष को कभी ईनाम और सम्मान क
दोहे -लालची
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
रावण जलाने का इरादा लेकर निकला था कल
आस्था स्वयं के विनाश का कारण होती है