हौ तोरे त गौंआ छियअह
हौ तोरे त गौंआ छियअह
नीक हइ की अधलाह की करबहक लै?
कोई हाकीम रहौ की कोई छै हरबाह?
एक दोसरा के हाल चाल पुछैत रहबहक
हौ तोरे तं गौंआ छियअह.
हमरा गाम मे एना भऽ गेलै उ कम्पीट क गेलै
हमरा गामक फलां बड्ड नामी फलां जमींदार
धू जी अहाँ की बाजब? अहाँ गाम मे एना भेल?
आब गामक बोध वला लोक सब कहाँ रहि गेल?
आब नै ओहेन गामे रहलै आ नै गमैया लोक
नीक बेजाए सुनला बादो गाम स सीनेह
गामक नामे गुमान अभिमान फरिछा लेब मान
कोइ ने बोल भरोस देत जे तोरे त गौंआ छियअह?
आब वार्ड मे बँटा गेल गाम
मुखिया सरपंच के गुलाम भेल गाम
ककरो अनका स माने मतलब नै?
आफत विपैत मे कोई ककरो संग नै देत?
जन हरबाह गिरहत बोनिहार हाकीम अफसर
सब एकदोसरा स जुड़ल रहैत रहै
आब सब अपना सुआरथे भेल आनहर
कतौ बिला गेल तोरे त गौंआ छियअह वला गाम.
कवि- डाॅ. किशन कारीगर
(© काॅपीराईट)