#हौसले#
इस रंग बदलती दुनिया में, कुछ यूं भी करना पड़ता है,
रंजो-गम लाख हों ,झूठी मुस्कुराहटों का लबादा ओढ़ना पड़ता है,
जिंदगी तेरी हर अदा से वाकि़फ हैं कुछ इस तरह हम
तेरी हर नज्म, हर तराना तेरी धुन से पहचान लेते हैं हम,
अब ये तो बता ऐ जिंदगी….कितने सबक़ बाकी़ हैं अभी?
अब तो तेरे कदमों की आहट भी तुझे पहचान लेते हैं।
रास्ते हैं , तो मंजिलें भी, जीवन है तो मुश्किलें भी
न थके हैं, न टूटे है अभी, इम्तिहान कितने भी ले,
चल ऐ जिंदगी ! मत कर, मेरे हौसलों की नुमाइश
तुझसे लड़कर ही तो जीना सीखा है हमने……..