Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jul 2024 · 1 min read

हौसला मेरा

हौसला मेरा बस रहे क़ायम,
मुश्किलों से न हार मानूंगी।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
5 Likes · 68 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
सत्य यह भी
सत्य यह भी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
सम्बन्ध वो नहीं जो रिक्तता को भरते हैं, सम्बन्ध वो जो शून्यत
सम्बन्ध वो नहीं जो रिक्तता को भरते हैं, सम्बन्ध वो जो शून्यत
ललकार भारद्वाज
वोट का लालच
वोट का लालच
Raju Gajbhiye
गम
गम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
आंगन की किलकारी बेटी,
आंगन की किलकारी बेटी,
Vindhya Prakash Mishra
तूँ है कि नहीं है ये सच्च सच्च बता
तूँ है कि नहीं है ये सच्च सच्च बता
VINOD CHAUHAN
*व्याख्यान : मोदी जी के 20 वर्ष*
*व्याख्यान : मोदी जी के 20 वर्ष*
Ravi Prakash
लेकर सांस उधार
लेकर सांस उधार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
धड़कनें थम गई थीं
धड़कनें थम गई थीं
शिव प्रताप लोधी
झुकता हूं.......
झुकता हूं.......
A🇨🇭maanush
नौकरी (१)
नौकरी (१)
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
अहमियत इसको
अहमियत इसको
Dr fauzia Naseem shad
..
..
*प्रणय*
" सोचो "
Dr. Kishan tandon kranti
लोगो खामोश रहो
लोगो खामोश रहो
Surinder blackpen
तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है
तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है
Meenakshi Masoom
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
घर पर ध्यान कैसे शुरू करें। ~ रविकेश झा
घर पर ध्यान कैसे शुरू करें। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
ममता का सागर
ममता का सागर
भरत कुमार सोलंकी
रज के हमको रुलाया
रज के हमको रुलाया
Neelam Sharma
24/251. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/251. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
संस्कृति
संस्कृति
Abhijeet
डगर जिंदगी की
डगर जिंदगी की
Monika Yadav (Rachina)
और तो क्या ?
और तो क्या ?
gurudeenverma198
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
Rj Anand Prajapati
चाँद बदन पर ग़म-ए-जुदाई  लिखता है
चाँद बदन पर ग़म-ए-जुदाई लिखता है
Shweta Soni
एक चुटकी सिन्दूर
एक चुटकी सिन्दूर
Dr. Mahesh Kumawat
रिश्तों की रिक्तता
रिश्तों की रिक्तता
पूर्वार्थ
मेहनत के दिन हमको , बड़े याद आते हैं !
मेहनत के दिन हमको , बड़े याद आते हैं !
Kuldeep mishra (KD)
वैसे अपने अपने विचार है
वैसे अपने अपने विचार है
शेखर सिंह
Loading...