” हो सके तो किसी के दामन पर दाग न लगाना ;
” हो सके तो किसी के दामन पर दाग न लगाना ;
मैं तेरा हूं तेरा ही रहूंगा मुझें आग न लगाना ”
— डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
” हो सके तो किसी के दामन पर दाग न लगाना ;
मैं तेरा हूं तेरा ही रहूंगा मुझें आग न लगाना ”
— डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन