हो रहा है अयोध्या में मन्त्रोच्चार
हो रहा है अयोध्या में मन्त्रोच्चार
करते सन्तजन मुनि सद उच्चार
मनेगी आज झूम कर दीवाली
तैयार कर लूं मैं तिलक थाली
बसे हैं रामलला बरसों बाद यहां
जाने न देगे उनको हम अब वहां
पूजा अर्चना करे हो कर निडर
व्यापी हो तुम कन कन जहां
तैयार कर लूं मैं भोग थाली
मनेगी आज झूम के दीवाली
रामलला इन्तजार किया बहुत
लेकिन पा कर हम हुए विजित
द्वार सजालूं रंग बिरंगी रंगोली
मन भीत्ति हो जाए राम चित्रित
तैयार कर लूं दीपक थाली
मनेगी आज झूम के दीवाली