Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2023 · 1 min read

हो तेरी ज़िद

हो तो तेरी ज़िद, अफ़सोस न रहे बाकी ।
अधूरी कोशिशों का अंजाम कुछ नहीं होता ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
8 Likes · 384 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
*हमारे कन्हैया*
*हमारे कन्हैया*
Dr. Vaishali Verma
बारिश पुकार कर, कहती है यार से,,
बारिश पुकार कर, कहती है यार से,,
Neelofar Khan
*नव दुर्गास्तुति* इसे गाकर पढ़े। आनंद आएगा
*नव दुर्गास्तुति* इसे गाकर पढ़े। आनंद आएगा
मधुसूदन गौतम
प्रकृति ने चेताया जग है नश्वर
प्रकृति ने चेताया जग है नश्वर
Buddha Prakash
टूटी ख्वाहिश को थोड़ी रफ्तार दो,
टूटी ख्वाहिश को थोड़ी रफ्तार दो,
Sunil Maheshwari
..
..
*प्रणय*
" ऐसा रंग भरो पिचकारी में "
Chunnu Lal Gupta
अन्तस की हर बात का,
अन्तस की हर बात का,
sushil sarna
बुद्ध पूर्णिमा शुभकामनाएं - बुद्ध के अनमोल विचार
बुद्ध पूर्णिमा शुभकामनाएं - बुद्ध के अनमोल विचार
Raju Gajbhiye
आत्मनिर्भर नारी
आत्मनिर्भर नारी
Anamika Tiwari 'annpurna '
🌸*पगडंडी *🌸
🌸*पगडंडी *🌸
Mahima shukla
राष्ट्रभाषा बने हिंदी
राष्ट्रभाषा बने हिंदी
Mamta Rani
हलधर फांसी, चढ़ना कैसे, बंद करें.??
हलधर फांसी, चढ़ना कैसे, बंद करें.??
पंकज परिंदा
जब हम सोचते हैं कि हमने कुछ सार्थक किया है तो हमें खुद पर गर
जब हम सोचते हैं कि हमने कुछ सार्थक किया है तो हमें खुद पर गर
ललकार भारद्वाज
अजीब सी बेताबी है
अजीब सी बेताबी है
शेखर सिंह
दो भावनाओं में साथ
दो भावनाओं में साथ
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
**!! अलविदा दीपावली !!*
**!! अलविदा दीपावली !!*"
AVINASH (Avi...) MEHRA
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
मान तुम प्रतिमान तुम
मान तुम प्रतिमान तुम
Suryakant Dwivedi
जी तो चाहता है
जी तो चाहता है
हिमांशु Kulshrestha
भगवता
भगवता
Mahender Singh
"मां के यादों की लहर"
Krishna Manshi
*कभी नहीं पशुओं को मारो (बाल कविता)*
*कभी नहीं पशुओं को मारो (बाल कविता)*
Ravi Prakash
तमाम बातें मेरी जो सुन के अगर ज़ियादा तू चुप रहेगा
तमाम बातें मेरी जो सुन के अगर ज़ियादा तू चुप रहेगा
Meenakshi Masoom
किताबों में झुके सिर दुनिया में हमेशा ऊठे रहते हैं l
किताबों में झुके सिर दुनिया में हमेशा ऊठे रहते हैं l
Ranjeet kumar patre
जूझ रहा था तालाब पानी के अभाव में।
जूझ रहा था तालाब पानी के अभाव में।
Vinay Pathak
इतिहास में वही प्रेम कहानियाँ अमर होती हैं
इतिहास में वही प्रेम कहानियाँ अमर होती हैं
पूर्वार्थ
23/166.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/166.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*नयी पीढ़ियों को दें उपहार*
*नयी पीढ़ियों को दें उपहार*
Poonam Matia
"बिछुड़ गए तो"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...