Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2023 · 1 min read

हो गरीबी

सब ही दामन बचा के चलते हैं।
हो ग़रीबी कोई गुनाह जैसे।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
13 Likes · 605 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

चेतावनी
चेतावनी
आशा शैली
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
मेरी दुनिया उजाड़ कर मुझसे वो दूर जाने लगा
मेरी दुनिया उजाड़ कर मुझसे वो दूर जाने लगा
कृष्णकांत गुर्जर
...........
...........
शेखर सिंह
वक्त-ए-रूखसती पे उसने पीछे मुड़ के देखा था
वक्त-ए-रूखसती पे उसने पीछे मुड़ के देखा था
Shweta Soni
"वीर सेनानी"
Shakuntla Agarwal
"जरा देख"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरा नहीं है
मेरा नहीं है
Minal Aggarwal
युद्ध घोष
युद्ध घोष
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
*सौम्य व्यक्तित्व के धनी दही विक्रेता श्री राम बाबू जी*
*सौम्य व्यक्तित्व के धनी दही विक्रेता श्री राम बाबू जी*
Ravi Prakash
कपड़ों की तरहां मैं, दिलदार बदलता हूँ
कपड़ों की तरहां मैं, दिलदार बदलता हूँ
gurudeenverma198
आप लाख प्रयास कर लें। अपने प्रति किसी के ह्रदय में बलात् प्र
आप लाख प्रयास कर लें। अपने प्रति किसी के ह्रदय में बलात् प्र
इशरत हिदायत ख़ान
मुझे उसको भूल जाना पड़ेगा
मुझे उसको भूल जाना पड़ेगा
Jyoti Roshni
* सखी  जरा बात  सुन  लो *
* सखी जरा बात सुन लो *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जो कभी था अहम, वो अदब अब कहाँ है,
जो कभी था अहम, वो अदब अब कहाँ है,
पूर्वार्थ
मैं चंद्रमा को सूर्योदय से पूर्व सूर्यास्त के बाद  देखता हूं
मैं चंद्रमा को सूर्योदय से पूर्व सूर्यास्त के बाद देखता हूं
SATPAL CHAUHAN
दुनिया एक मुसाफिरखाना
दुनिया एक मुसाफिरखाना
Manoj Shrivastava
3890.*पूर्णिका*
3890.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खुद के हाथ में पत्थर,दिल शीशे की दीवार है।
खुद के हाथ में पत्थर,दिल शीशे की दीवार है।
Priya princess panwar
अंत में पैसा केवल
अंत में पैसा केवल
Aarti sirsat
अब न तुमसे बात होगी...
अब न तुमसे बात होगी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
The Blessings of Mother Durga
The Blessings of Mother Durga
Ahtesham Ahmad
■दम हो तो...■
■दम हो तो...■
*प्रणय*
शस्त्र संधान
शस्त्र संधान
Ravi Shukla
करतलमें अनुबंध है,भटक गए संबंध।
करतलमें अनुबंध है,भटक गए संबंध।
Kaushal Kishor Bhatt
तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूं ग़ज़ल की ये क़िताब,
तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूं ग़ज़ल की ये क़िताब,
Sahil Ahmad
അന്ന്....
അന്ന്....
Heera S
उड़ने दो
उड़ने दो
Uttirna Dhar
सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
Manoj Mahato
मेरे पिंजरे का तोता
मेरे पिंजरे का तोता
Laxmi Narayan Gupta
Loading...