Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Sep 2017 · 1 min read

*होश खोकर जिंदगी कभी अपनी नहीं होती*

मत कर खत्म
जिंदगी की महक
महखाने में जाकर
लौट कर
जब तलक आयेगा
चूमेंगे तुम्हारा वदन
गली के सब श्वान
मिलकर
महक का
आभास लेंगे
गिरकर
गली के उस
चौराहे पर
रज में
लौटते होंगे
तमासा लोग
देखेंगे जब
तुम्हारा
तमासबीन बनकर
लोग बोलेंगे देखो
यह वही
सफ़ेदपोस आदमी है
जो रोज़
अपने घर से
बड़े अदब से
निकलता है
देखो आज
यह इसकी
कितनी बड़ी
विफलता है
जितना प्यार
से इसका
मुखचन्द्र
श्वान चूमते है
स्वप्न में खोया
इंसान हमेशा
यही भूल
करता है
स्वप्न को
हकीकत
और
हकीकत को
स्वप्न समझता है
शायद
जिंदगी के
इस रहस्य को
नही समझता है
होश खोकर
जिंदगी कभी
अपनी
नहीं होती है
होश रख अपना
और
गिर मत
निगाहों में अपनी
बेहोश मत हो
वरना जिंदगी
जिंदगी नहीं रहती ।।
?मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 341 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
"ख़ूबसूरत आँखे"
Ekta chitrangini
ग़ज़ल- तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है- डॉ तबस्सुम जहां
ग़ज़ल- तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है- डॉ तबस्सुम जहां
Dr Tabassum Jahan
सुप्रभात
सुप्रभात
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
सवर्ण और भगवा गोदी न्यूज चैनलों की तरह ही सवर्ण गोदी साहित्य
सवर्ण और भगवा गोदी न्यूज चैनलों की तरह ही सवर्ण गोदी साहित्य
Dr MusafiR BaithA
*बोलो चुकता हो सका , माँ के ऋण से कौन (कुंडलिया)*
*बोलो चुकता हो सका , माँ के ऋण से कौन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
2812. *पूर्णिका*
2812. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तेवरीः तेवरी है, ग़ज़ल नहीं +रमेशराज
तेवरीः तेवरी है, ग़ज़ल नहीं +रमेशराज
कवि रमेशराज
सबसे ज्यादा विश्वासघात
सबसे ज्यादा विश्वासघात
ruby kumari
रिश्ता चाहे जो भी हो,
रिश्ता चाहे जो भी हो,
शेखर सिंह
मैं इन्सान हूं, इन्सान ही रहने दो।
मैं इन्सान हूं, इन्सान ही रहने दो।
नेताम आर सी
मन सीत मीत दिलवाली
मन सीत मीत दिलवाली
Seema gupta,Alwar
दिल का हाल
दिल का हाल
पूर्वार्थ
दिल के हर
दिल के हर
Dr fauzia Naseem shad
चोर
चोर
Shyam Sundar Subramanian
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
देवों के देव महादेव
देवों के देव महादेव
Neeraj Agarwal
मतदान
मतदान
Kanchan Khanna
मिट्टी
मिट्टी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
भोले शंकर ।
भोले शंकर ।
Anil Mishra Prahari
हिन्दी दोहा-विश्वास
हिन्दी दोहा-विश्वास
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"तेरे इश्क़ में"
Dr. Kishan tandon kranti
एकांत मन
एकांत मन
TARAN VERMA
■ क्यों करते हैं टाइम खोटा, आपस में मौसेर्रे भाई??
■ क्यों करते हैं टाइम खोटा, आपस में मौसेर्रे भाई??
*Author प्रणय प्रभात*
जितना बर्बाद करने पे आया है तू
जितना बर्बाद करने पे आया है तू
कवि दीपक बवेजा
पसंद तो आ गई तस्वीर, यह आपकी हमको
पसंद तो आ गई तस्वीर, यह आपकी हमको
gurudeenverma198
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
Rj Anand Prajapati
आपस में अब द्वंद है, मिलते नहीं स्वभाव।
आपस में अब द्वंद है, मिलते नहीं स्वभाव।
Manoj Mahato
तेरी परवाह करते हुए ,
तेरी परवाह करते हुए ,
Buddha Prakash
चंद्रयान 3
चंद्रयान 3
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
Loading...