होली के कुण्डलिया
रंगों में यूँ प्रेम को, ऐसे डालो यार।
मन को गुदगुद सा लगे होली का त्योहार।।
होली का त्योहार, मनो तक ऐसे होले ।
हर रंगों की बूंद, बोल होली के बोले।।
कह “प्यासा” कर जोड़ , होली के उमंगों में।
ना भूलें आदर्श , प्रेम डालें रंगों में ।।
–“प्यासा”