*होली*
नए उमंग नव उलास से भरे हुए ,
चलो आज हम निकल गए हैं।
होली महोत्सव मनाने के लिए ,
सखी सहेली संग रंग अबीर गुलाल लिए ,
हाथो में गुजिया पकवान साथ खड़े हुए ,
चलो सब मिलकर खेले होली ,
गिले शिकवे शिकायतों को भुलाकर ,
गले मिलके खुशियों के सात रंगो संग ,
आओ सखि साजन फागुन रंगो संग खो जाएं।
होली महोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं ❤️🧡💛💚🤎💜💙🤍🖤💖💝
शशिकला व्यास ✍️