Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Mar 2017 · 1 min read

होली

होली के हुड़दंग में ,अपने कवि कलवालाल
थे भंग चढ़ाये घूमते, मुंह पर भले गुलाल
थोड़ी सी ही देर में, भंग की उठी तरंग
सभी पड़ोसी हंस रहे, देख के उनके ढंग
गधा जो दीखा खड़ा पास में, गले से उसके लिपटे
बड़े दिनों में आया भैया, मुझसे रहा क्यों छिपके
भ्रातृ प्रेम में विह्वल हो, गर्दभ ने मारी लात
कवि महोदय गिर गए, उड़ गए सारे दांत
उड़ गए सारे दांत, टूट गया चश्मा उनका
चंद क्षणों में दूर हो गया, नशा भंग का
@@@

Language: Hindi
601 Views

You may also like these posts

"नसीबे-आलम"
Dr. Kishan tandon kranti
हर हाल मे,जिंदा ये रवायत रखना।
हर हाल मे,जिंदा ये रवायत रखना।
पूर्वार्थ
तेरा मेरा साथ
तेरा मेरा साथ
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मां का आंचल और पिता प्रेम
मां का आंचल और पिता प्रेम
श्याम सांवरा
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
आजकल
आजकल
Munish Bhatia
आइना देखा तो खुद चकरा गए।
आइना देखा तो खुद चकरा गए।
सत्य कुमार प्रेमी
विषय-मेरा जीवनसाथी।
विषय-मेरा जीवनसाथी।
Priya princess panwar
एक और बलात्कारी अब जेल में रहेगा
एक और बलात्कारी अब जेल में रहेगा
Dhirendra Singh
उनको मेरा नमन है जो सरहद पर खड़े हैं।
उनको मेरा नमन है जो सरहद पर खड़े हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"किसान का दर्द"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
■हरियाणा■
■हरियाणा■
*प्रणय*
विश्वास
विश्वास
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
बसंत
बसंत
अनिल मिश्र
पहली बारिश मेरे शहर की-
पहली बारिश मेरे शहर की-
Dr Mukesh 'Aseemit'
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
हम हिंदुस्तान हैं
हम हिंदुस्तान हैं
Ahtesham Ahmad
4134.💐 *पूर्णिका* 💐
4134.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चाहत
चाहत
meenu yadav
"उड़ान"
Yogendra Chaturwedi
जग में उजास फैले
जग में उजास फैले
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
श्री कृष्ण भजन
श्री कृष्ण भजन
Khaimsingh Saini
तुम जाते हो..
तुम जाते हो..
Priya Maithil
वो ख्वाबों में आकर गमज़दा कर रहे हैं।
वो ख्वाबों में आकर गमज़दा कर रहे हैं।
Phool gufran
बृज की बात ये बृज के ग्वाल बाल बृज की हर नार पे प्रीत लुटावत
बृज की बात ये बृज के ग्वाल बाल बृज की हर नार पे प्रीत लुटावत
पं अंजू पांडेय अश्रु
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
धड़कनों में प्यार का संचार है ।
धड़कनों में प्यार का संचार है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
चाँद
चाँद
Vandna Thakur
- कलयुगी विचार -
- कलयुगी विचार -
bharat gehlot
Loading...