होली
आर्य पुराण धार्मिक ग्रंथों मे होली
ईसापूर्व अभिलेखों मे वर्णित होली
ब्रज की लट्ठमार हरियाणा धुलेंडी
पश्चिम ढोल यात्रा कुमाऊँ बैठकी
मणिपुर याआ सांग, होती है होली
बिहार फगुआ, मालवा भगोरिया
तमिलनाडु कमन पोडिगई है होली
शिव ध्यानमग्न पार्वती तपस्या मे
हर्ष न उल्लास, कैसे मनेगी होली
सत्यमेव जयते नही असत्य भारी
प्रह्लाद भस्म हो रहे, क्योंकर होली
कामांध ढुण्ढिका निरंकुश विचरती
क्रीड़ारत नौयुवको की न रही टोली
सुंदरता का मुखौटा पूतना ओढ़े
कहां बाल कृष्ण जो मनायें होली
आग के समीप बैठते रहते निरोग
ए सी मे बने रहते अब क्या होली
आओ कान्हा फिर कालिंदी तट
राधा सखियन संग खेलन होली
जागो न जाने पाएं रीतियां अपनी
परम्परायें रहेंगी तो, रहेगी होली।
स्वरचित
मौलिक
सर्वाधिकार सुरक्षित
अश्वनी कुमार जायसवाल कानपुर