होली
खेलिए प्यार से होली, जरा मच मच नहीं करना!
अगर मिल जाए वो तुमको, तो उनको टच नहीं करना!
तुम्हारी आंखों से निकलें, कुछ ऐसे तीर रंगों के!
दिखें दो गज से आंखें मुस्कुराती, ध्यान ये रखना!
ये दिल करता तुम्हारे साथ में होली मनाएं हम!
लगाकर प्यार का रॅंग आपके दिल में समाएं हम!
चाहे् कोशिश करे कोई न दो दिल फिर जुदा होंगे,
चलो मिलकर चलें सौहार्द की वीणा बजाएं हम!
यही करना हमें सबसे यही इकरार करना है!
कि रहना प्रेम से है न कोई तकरार करना है!
आओ लग जायें कोशिश ये सफल करने मे्ं यारो,
हमें हर हाल में हर दिल मे्ं बस सौहार्द भरना है!
Happy Holi??.
….. ✍ ‘प्रेमी’