होली रंग बिरंगी है
होली रंग बिरंगी है,करना न इसे तुम बदरंग,
साथ किसी का न छोड़ना रहना सबके संग।
रहना सबके संग,शत्रु को भी गले लगाओ,
बिछड़ गए जो तुमसे,उनको पास बुलाओ।
कह रस्तोगी कविराय,बनाओ एक टोली,
धूमधाम से इसे मनाओ,रंगबिरंगी होली।।
होली में मत करो,भांग मदिरा का पान,
इससे होता है,शरीर का बड़ा नुकसान।
शरीर का नुकसान,रोग ग्रस्त हो जाते,
करते अनेक दवाई,फिर भी न ये जाते।
कह रस्तोगी कविराय,ये कड़वी गोली,
भांग मदिरा से बचाओ ये अब होली।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम