होली के रंग
आया है आज होली का त्यौहार
लगाकर रंग दिखा रहे सब प्यार
कर रहे मस्ती सब मिलकर आज
आया है आज होली का त्यौहार।।
है बच्चे तो सबसे ज़्यादा खुश
तान रहे पिचकारी हर किसी पर
देखकर मुस्कुराते रंगीन चेहरे
नहीं टिक रही नज़र किसी पर।।
किसी को मिल गई अपनी राधिका
तो उसके साथ होली खेल रहा है
लेकिन हर किसी का ये नसीब नहीं
सड़क पर वो बच्चा क्या क्या झेल रहा है।।
उसकी होली तो कब की हो ली
बरसों से खाली है उसकी झोली
आ जाए चेहरे पर खुशी उसके
क्यों न मनाए आज हम ऐसे होली।।
थामकर हाथ उसका, हम उसको
आज अपने जश्न में शामिल करें
मनाते हुए त्यौहार होली का हम
थोड़ी सी दुआएं भी हासिल करें।।
रंग लगाते है बहुत एक दूसरे को
आज उसका जीवन रंगों से भर दें
चेहरे के रंग तो धुल जाएंगे जल्दी
उसको अमिट प्यार के रंगों से भर दें।।
उड़ाते हैं हम जब रंग, थोड़े से
रंग, उस पर भी गिराएं हम
जो बस एक दुखों का रंग चढ़ा है
उस पर, आज उसको मिटाएं हम।।
होने चाहिए सब रंग गुलाल के
हमेशा हर किसी के जीवन में
होली पर है मेरी दुआ सबके लिए
चमकते रहे सभी रंग तेरे जीवन में।।