!!~~होली के रंग~~पर हावी करो प्रेम का रंग~~!!
ये रंग, जो कल
चढ़ जाएगा
होली के सग संग यह
भी धुल जाएगा
किसी पर लाल गुलाल
किसी पर केसरिया
किसी पर किसी का
किसी पर हरा और पीला
क्या कभी धुलता देखा
और मैल का रंग
जो चढ़ा है आज तक
मन के अंदर तक
गर वो धुल जाए
सारे पर्व ही
होने लगेंगे
सब से शानदार
होली का क्या आज आ रही
कल बस गुजर जायेगी
दिखा के अपने रंग,
बस पानी में मिल जायेगी
मन के मैल को हटाओ
सब से मिल कर प्रेम बढाओ
इस पर न चढ़ने दो कुछ और
मिलो प्रेम से सब से
इस प्रेम के रंग को फैला
दो सब ओर….
होली की शुभकामनाएं
आप सभी को बहुत बहुत
अजीत कुमार तलवार
मेरठ