होली आई
होली आई होली आई
संयोग में हठात खुशियाँ लाई,
वसंत मौसम के फाल्गुन मास में
पूर्णिमा को मनाया जाता होली।
होली से एक वासर पूर्व
होता होलिका दहन है,
इस दिवा अपने वैमनस्यता को बिसराव
गाते संभूय सभी गीत हैं।
भारत का सबसे पुरातन
अनोखा त्योहार है होली,
होलिका से ही आविर्भूत
अनोखा कीर्ति है होली।
विष्णु अनुचर प्रहलाद की
भक्ति का साक्षात्
परवान है होली,
अपने अनुचर की त्राण करने
वसुधा पर स्वयं आते परमेश्वर
यह परवान करता होली।
फगुआ ,फाग ,होरी ,धुलेंडी
कितने सारे प्रद्युम्न होली के,
भर्त्सना पर उम्दगी की फतह का
एक अनुपम वासर है होली।
नाम :- उत्सव कुमार आर्या
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय, बिहार