Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2019 · 1 min read

होरी मे डालु ने रंग गुलाल

होरी मे ने डालु रंग गुलाल ,
सीया होरी मे,
जे अहाँ डालवै त कि कहते गौआ(villager)
खेलु अहाँ सब चारो बहिना,
छोड़ु हमर कपारी ईऐ होरी मे,

शयामल मुखरा पे चढ़े कोन रंगवा,
लाल पियर(yellow) हरीयर (green)रंग,
हम डालव यौ पहुना
होरी मे अहाँ, बच ना सके छी,
हम ने डालव त हसतँ हमर सखियाँ,
केना जवे बच के मिथला से यो पहुना,
होरी मे रगं ने डालु सिया,
होरी मे,
मयार्दा मे हम छीये सुनु राजकुमारी,
भंग ने हम ई अहाँ के जिम्मेदारी,
लखन खुव हँसते इये,देख मुखरा हमारी,
होरी मे रंग ने डालु इए राजकुमारी

It is maithili language , some spelling may be wrong plz ignore it

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 239 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

कलम
कलम
Roopali Sharma
पत्नी से अधिक पुरुष के चरित्र का ज्ञान
पत्नी से अधिक पुरुष के चरित्र का ज्ञान
शेखर सिंह
तेरी आंखों में है जादू , तेरी बातों में इक नशा है।
तेरी आंखों में है जादू , तेरी बातों में इक नशा है।
B S MAURYA
" तुतारी "
Dr. Kishan tandon kranti
23/189.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/189.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"सब कुछ तो भाग्य विधाता है"
Ajit Kumar "Karn"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
*किसान*
*किसान*
Dr. Priya Gupta
प्रेम
प्रेम
Dinesh Kumar Gangwar
वो लड़का
वो लड़का
bhandari lokesh
Two Different Genders, Two Different Bodies, And A Single Soul.
Two Different Genders, Two Different Bodies, And A Single Soul.
Manisha Manjari
कभी यदि मिलना हुआ फिर से
कभी यदि मिलना हुआ फिर से
Dr Manju Saini
कविता
कविता
Nmita Sharma
आ मिल कर साथ चलते हैं....!
आ मिल कर साथ चलते हैं....!
VEDANTA PATEL
'सत्य मौन भी होता है '
'सत्य मौन भी होता है '
Ritu Asooja
घर घर तिरंगा
घर घर तिरंगा
Dr Archana Gupta
भारत के बच्चे
भारत के बच्चे
Rajesh Tiwari
******छोटी चिड़ियाँ*******
******छोटी चिड़ियाँ*******
Dr. Vaishali Verma
मुख अटल मधुरता, श्रेष्ठ सृजनता, मुदित मधुर मुस्कान।
मुख अटल मधुरता, श्रेष्ठ सृजनता, मुदित मधुर मुस्कान।
रेखा कापसे
रहते हैं बूढ़े जहाँ ,घर के शिखर-समान(कुंडलिया)
रहते हैं बूढ़े जहाँ ,घर के शिखर-समान(कुंडलिया)
Ravi Prakash
" करवा चौथ वाली मेहंदी "
Dr Meenu Poonia
तंबाकू की पुड़िया पर, लिखा है हर इक बात,
तंबाकू की पुड़िया पर, लिखा है हर इक बात,
पूर्वार्थ
यमराज का एकांतवास
यमराज का एकांतवास
Sudhir srivastava
गहरी हो बुनियादी जिसकी
गहरी हो बुनियादी जिसकी
कवि दीपक बवेजा
सच ज़िंदगी के रंगमंच के साथ हैं
सच ज़िंदगी के रंगमंच के साथ हैं
Neeraj Agarwal
प्रेम और आदर
प्रेम और आदर
ओंकार मिश्र
कुछ खो गया
कुछ खो गया
C S Santoshi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मदनहर छंद
मदनहर छंद
Rambali Mishra
बदबू से रोवेला गेंदा-गुलाब
बदबू से रोवेला गेंदा-गुलाब
आकाश महेशपुरी
Loading...