Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2023 · 1 min read

होगा उनका जिक्र तो

करना निश्चित एक दिन,तुझको वक्त बखान ।
होगा उनका जिक्र तो, मेरा भी गुणगान ।।
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 146 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

दोस्ती
दोस्ती
Mansi Kadam
I Hope One Day The Clouds Will be Gone, And The Bright Sun Will Rise.
I Hope One Day The Clouds Will be Gone, And The Bright Sun Will Rise.
Manisha Manjari
In today's digital age, cybersecurity has become a critical
In today's digital age, cybersecurity has become a critical
bandi tharun
नज़्म
नज़्म
Neelofar Khan
..
..
*प्रणय*
हिन्दु नववर्ष
हिन्दु नववर्ष
भरत कुमार सोलंकी
जो दर्द किसी को दे, व्योहार बदल देंगे।
जो दर्द किसी को दे, व्योहार बदल देंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
हो सके तो मीठा बोलना
हो सके तो मीठा बोलना
Sonam Puneet Dubey
ये कैसे आदमी है
ये कैसे आदमी है
gurudeenverma198
मेंहदीं
मेंहदीं
Kumud Srivastava
रिसाय के उमर ह , मनाए के जनम तक होना चाहि ।
रिसाय के उमर ह , मनाए के जनम तक होना चाहि ।
Lakhan Yadav
चिन्तन का आकाश
चिन्तन का आकाश
Dr. Kishan tandon kranti
गरीबी हटाओं बनाम गरीबी घटाओं
गरीबी हटाओं बनाम गरीबी घटाओं
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
ग्रामीण ओलंपिक खेल
ग्रामीण ओलंपिक खेल
Shankar N aanjna
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मैं तुझसे मिलने का, कोई बहाना ढूढ लेता हूँ ...
मैं तुझसे मिलने का, कोई बहाना ढूढ लेता हूँ ...
sushil yadav
राम को कैसे जाना जा सकता है।
राम को कैसे जाना जा सकता है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
3940.💐 *पूर्णिका* 💐
3940.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तारे
तारे
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ,
हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ,
Aditya Prakash
मेरा नहीं है
मेरा नहीं है
Minal Aggarwal
* पत्ते झड़ते जा रहे *
* पत्ते झड़ते जा रहे *
surenderpal vaidya
भ्रष्ट होने का कोई तय अथवा आब्जेक्टिव पैमाना नहीं है। एक नास
भ्रष्ट होने का कोई तय अथवा आब्जेक्टिव पैमाना नहीं है। एक नास
Dr MusafiR BaithA
फूल भी हम सबको जीवन देते हैं।
फूल भी हम सबको जीवन देते हैं।
Neeraj Agarwal
ये जो लोग दावे करते हैं न
ये जो लोग दावे करते हैं न
ruby kumari
वो बचपन की अमीरी,
वो बचपन की अमीरी,
Ranjeet kumar patre
ओवर पज़ेसिव होना कितना उचित ?
ओवर पज़ेसिव होना कितना उचित ?
Dr fauzia Naseem shad
"" *नवीन नवनीत* ""
सुनीलानंद महंत
जिंदगी माना कि तू बड़ी खूबसूरत है ,
जिंदगी माना कि तू बड़ी खूबसूरत है ,
Manju sagar
एक बूढ़ा बरगद ही अकेला रहा गया है सफ़र में,
एक बूढ़ा बरगद ही अकेला रहा गया है सफ़र में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...