#होई_कइसे_छठि_के_बरतिया—–?? (मेलोडी)
#होई_कइसे_छठि_के_बरतिया—–?? (मेलोडी)
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कठिन बरतिया, सजन परदेशिया-२ होतऽ बाटे मोर दुर्ततिया।
ऐ राजा , हालि आ जा होई कइसे छठि के बरतिया।-२
राह जोहतानी तोहरे दिन रतिया, सुनऽ मानिल सजना तू बतिया।
बितल दिवाली, बा अँखियाँ सवाली -२
बिते ना सुदिनवाँ के रतिया।
ऐ राजा , हालि आ जा होई कइसे छठि के बरतिया।-२
देखऽ वरत ई बहुत हि खास हो, घरवा अइबऽ लागल बाटे आस हो।
पकड़ि के गाड़ी तू लेत आवा साड़ी -२
आजा तोहके पुकारे ले धरतिया।
ऐ राजा , हालि आ जा होई कइसे छठि के बरतिया।-२’
हमारा लउकत कवनो न राह हो, नाहि तोहरे लागत बडुवे राह हो।
कब पड़ी पउरा, किनाईल ना दउरा-२
सचिन माई देस तोहके सुमतिया।
ऐ राजा , हालि आ जा होई कइसे छठि के बरतिया।-२’
✍️ संजीव शुक्ल ‘सचिन’