Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Aug 2021 · 1 min read

होंसलों से जीत होगी

********हौसलों से होगी जीत *******
********************************

हौसलें होंगे गर मजबूत तो तेरी जीत होगी,
बहे पसीने के हों सबूत,तो तेरी जीत होगी।

सदा ही,कदमों के नीचे होगी तुम्हारी मंजिल,
निश्चय जो दृढ़ संकल्पित,तो तेरी जीत होगी।

जल मत,जिद्द कर,सदैव ही आगे बढ़ने की,
गाओ विजयश्री के गीत,तो तेरी जीत होगी।

गर गिर जाओगे अधर तो संभलना सीखना,
संभल कर जाओगे मीत तो तेरी जीत होगी।

छोड़ना मत पथ, चाहे पग जाएं कभी थक,
बन अथक बनाओ रीत,तो तेरी जीत होगी।

सागर की लहरों से बहना जाओ तुम सीख,
गंतव्य से कर लोगे प्रीत,तो तेरी जीत होगी।

निरंतर अभ्यास और प्रयास से मिलते लक्ष्य,
रोक न पाएगी कोई भीत,तो तेरी जीत होगी।

मिली विफलताओं से ले लेना तुम तालीम,
मत होना तुम भयभीत तो तेरी जीत होगी।

परिश्रमी लोगो की मेहनत नहीं होती व्यर्थ,
रख सब्र,गर्म हो या शीत,तो तेरी जीत होगी।

मनसीरत होंसलों से ही कटती है हर डगर,
साफ सुथरी होगी नीत ,तो तेरी जीत होगी।
*********************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
1 Like · 278 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / मुसाफ़िर बैठा
चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
भेंट
भेंट
Harish Chandra Pande
पिता के बिना सन्तान की, होती नहीं पहचान है
पिता के बिना सन्तान की, होती नहीं पहचान है
gurudeenverma198
कहने को सभी कहते_
कहने को सभी कहते_
Rajesh vyas
2771. *पूर्णिका*
2771. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कभी तो ख्वाब में आ जाओ सूकून बन के....
कभी तो ख्वाब में आ जाओ सूकून बन के....
shabina. Naaz
भारत की होगी दुनिया में, फिर से जय जय कार
भारत की होगी दुनिया में, फिर से जय जय कार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जब भर पाया ही नहीं, उनका खाली पेट ।
जब भर पाया ही नहीं, उनका खाली पेट ।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
उसकी वो बातें बेहद याद आती है
उसकी वो बातें बेहद याद आती है
Rekha khichi
मेरे पास तुम्हारी कोई निशानी-ए-तस्वीर नहीं है
मेरे पास तुम्हारी कोई निशानी-ए-तस्वीर नहीं है
शिव प्रताप लोधी
*लफ्ज*
*लफ्ज*
Kumar Vikrant
आज कल ब्रेकअप कितनी आसानी से हो रहे है
आज कल ब्रेकअप कितनी आसानी से हो रहे है
पूर्वार्थ
जीवन
जीवन
sushil sarna
"फोटोग्राफी"
Dr. Kishan tandon kranti
हमें पता है कि तुम बुलाओगे नहीं
हमें पता है कि तुम बुलाओगे नहीं
VINOD CHAUHAN
मैं होता डी एम
मैं होता डी एम"
Satish Srijan
ऐ माँ! मेरी मालिक हो तुम।
ऐ माँ! मेरी मालिक हो तुम।
Harminder Kaur
She never apologized for being a hopeless romantic, and endless dreamer.
She never apologized for being a hopeless romantic, and endless dreamer.
Manisha Manjari
अपनी मर्ज़ी के
अपनी मर्ज़ी के
Dr fauzia Naseem shad
" लो आ गया फिर से बसंत "
Chunnu Lal Gupta
मैने प्रेम,मौहब्बत,नफरत और अदावत की ग़ज़ल लिखी, कुछ आशार लिखे
मैने प्रेम,मौहब्बत,नफरत और अदावत की ग़ज़ल लिखी, कुछ आशार लिखे
Bodhisatva kastooriya
माया का रोग (व्यंग्य)
माया का रोग (व्यंग्य)
नवीन जोशी 'नवल'
बादल छाये,  नील  गगन में
बादल छाये, नील गगन में
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जब  मालूम है  कि
जब मालूम है कि
Neelofar Khan
मै थक गया
मै थक गया
भरत कुमार सोलंकी
*हीरे की कीमत लगी, सिर्फ जौहरी पास (कुंडलिया)*
*हीरे की कीमत लगी, सिर्फ जौहरी पास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
जिस पर हँसी के फूल,कभी बिछ जाते थे
जिस पर हँसी के फूल,कभी बिछ जाते थे
Shweta Soni
छल फरेब
छल फरेब
surenderpal vaidya
😢लिव इन रिलेशनशिप😢
😢लिव इन रिलेशनशिप😢
*प्रणय प्रभात*
Loading...