*है क्या?*
है क्या?
खुरदरे पथ पर जो कभी चला न,,
वो क्या समझे राह पथरीली है क्या?,,
जिसने कभी जिंदगी मैं कुछ दिया न,,
वो क्या जाने जिंदादिली है क्या?,,
राह जिसकी ही सदा एकल रही हो,,
वो क्या चले संगदिली है क्या?,,
वक़्त को जिसने गुजारा हो रो तन्हा,,
वो क्या पता रहमदिली है क्या?,,
मनु मन बेचैन ही है उसके मिलन को,,
वो क्या समझे दरियादिली है क्या?,,
?मानक लाल मनु?