है कौन
सरकार तो बढ़ी, सयानी
हुक्मरान की चल रही, लन्तरानी
अब झण्ड नहीं, जिंदगानी
सबका बन्टाधार हुआ है,
जवान-जहीर हूं,
पर ढ़ो रहा हूँ, अपनी जवानी
खुराफात तो हुई है,
पर जाने किसकी ये करस्तानी
हमारी सरकार तो बढी,सयानी
सरकार तो बढ़ी, सयानी
हुक्मरान की चल रही, लन्तरानी
अब झण्ड नहीं, जिंदगानी
सबका बन्टाधार हुआ है,
जवान-जहीर हूं,
पर ढ़ो रहा हूँ, अपनी जवानी
खुराफात तो हुई है,
पर जाने किसकी ये करस्तानी
हमारी सरकार तो बढी,सयानी