हैं टुन्न सभी पीना पिलाना क्या करे
दे कोई गम जो दुबारा क्या करें
न कोई तुम सा हमारा क्या करें
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है गम तो अब बहाना क्या करें
है तू तो फिर जमाना क्या करें
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है तू अपना तो बेगाना क्या करें
तू नही तो आना’ जाना क्या करें
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हैं बहर मुश्किल तराना क्या करें
हैं तर अश्क में ,नहाना क्या करें
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है ‘कपिल’ गम ये पुराना क्या करें,
हैं टुन्न सभी पीना पिलाना क्या करें
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कपिल कुमार
16/10/2016
अश्क़…….आँसू