हे साईं के चरणों तले, श्रद्धा की अलख जले
हे साईं के चरणों तले, श्रद्धा की अलख जले
भक्ति में डूबे, भक्तजनों से, बाबाजी रोज़ मिले
हे साईं चरणों तले…….
शिरडी के गांव में, भक्ति की छाँव में, श्रद्धा के फूल खिले //१.//
हे साईं चरणों तले…….
श्रद्धा का खेला, भक्तों का मेला, बाबा से मिलते गले //२.//
हे साईं चरणों तले…….
बाबा के हाथों में, श्रद्धा का जादू, पानी से दीप जले //३.//
हे साईं चरणों तले…….
श्रद्धा सबुरी में, जिसने भी झाँका, उसको ही साईं मिले //४.//
हे साईं चरणों तले…….