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7 Aug 2024 · 1 min read

हे वीर कन्या

तुम्हारा कर्ज है हम पर
कैसे कहो चुका ये पायें ,
एक नाम सम्मान सहित
काश अगर हम दे पायें ,
एक शाम तेरे नाम ही कर दें,
वन्दे मातरम फिर हम गायें ,
कहाँ हो तुम आवाज लगायें
सोती सरकारों को जगाएं ,
करें कहीं पाठ्क्रमों शामिल ,
आओ एक नई मुहिम चलायें ,
कोई माँ, बेटी, पत्नी भाभी ,
फिर भी अपनी जान गँवा दी ,
इस देश की खातिर तुमने
स्त्री की मर्यादाएं भी त्यागी
लाल गोद अवोध लिए कोई
गर्भ पालती थी रण में भी
तुम्हें सलामी हे वीर बालाओं ,
इस पटल पर दे हम पायें

Language: Hindi
1 Like · 47 Views
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