Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Mar 2023 · 2 min read

#हे राम मेरे प्राण

🚩। । ओ३म् । । 🚩

★ #हे राम मेरे प्राण ! ★

जय-जयकार रहे तेरी सदा
अयोध्या के राजा
करूं तेरे गुणों का गान मैं
तू आ कि न आ जा

करूं तेरे गुणों का गान मैं . . . . .

माँ जानकी की असीम कृपा
घर में क्लेश नहीं है
तू आये तो मैं धन्य-धन्य
न आये तो कुछ विशेष नहीं है
बच्चे थे अधिक भूखे
बेर कोई अब शेष नहीं है

मेरे मन के भावों का यदि
जंचे तो भोग लगा जा
करूं तेरे गुणों का गान मैं . . . . .

भाग्य प्रबल नहीं था राजा दशरथ का
मिली न जो इक बेटी
बेटी है घर का ताज
समाज में होने न दे हेठी
वो कर्मों का फल था शूर्पणखा
सोने की लंका समेटी

महकता है मेरा परिवार-घर
बेटियों ने स्नेह से है साजा
करूं तेरे गुणों का गान मैं . . . . .

भरत जैसे अनुज मेरे
कहा कभी टालते नहीं
मेरे लव-कुश कभी भी मेरा
अश्व थामते नहीं
बहुत दूर अयोध्या अभी विश्राम करो
हँस देते हैं बालक मानते नहीं

म्लेछ मरणहार छोड़ सभी
करते हैं मेरे काजा
करूं तेरे गुणों का गान मैं . . . . .

नराधमों के दुराचार से अब
नार कोई शिला नहीं होती
करे तुरन्त अग्निस्नान कहीं
मिल जाए धरती पे सोती
बहुतेरी यहाँ जी रहीं – विष पी रहीं
जीवन-नर्क को ढोती

न विधान यहाँ अपना रहा
न मन से स्वदेशी हैं राजा
करूं तेरे गुणों का गान मैं . . . . .

तू आए तो भरत को दिखाना
बिन तेरे क्या अनर्थ हुआ है
लक्ष्मण की सेवा-त्याग
उर्मिला का तप व्यर्थ हुआ है
मची है मारकाट यहाँ
जनसेवा का क्या अर्थ हुआ है

इक राजा की प्रजा थे तब
अब हर मोड़ पे राजा
करूं तेरे गुणों का गान मैं . . . . .

हे राम मेरे प्राण तेरे बिन
मेरा कौन ठिकाना
हे हरि कौन हरे दु:ख
भरे सुख का खज़ाना
हनुमंत को लाना साथ में
रजतकेशी जाम्बवंत बुलाना

वही कहेंगे उड़कर वत्स
कुकर्मों की लंका पर छा जा
करूं तेरे गुणों का गान मैं . . . . .

तू आए तेरा स्वागत किंतु
अयोध्या मत आना
अपनों ने तेरे ढहा दिया
तेरा घर वो पुराना
वो भोग रहे राजसुख और तू
आकाश तले छहों ऋतुएं बिताना

बेच खाये धर्म पाखंडी
अब शेष नहीं लाजा
करूं तेरे गुणों का गान मैं . . . . . !

(जब अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि मंदिर को विवादित ढांचा कहकर गिरा दिया गया तभी. . .!)

#वेदप्रकाश लाम्बा
यमुनानगर (हरियाणा)
९४६६०-१७३१२

Language: Hindi
163 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुस्तक़िल बेमिसाल हुआ करती हैं।
मुस्तक़िल बेमिसाल हुआ करती हैं।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*भारत*
*भारत*
सुनीलानंद महंत
*जीवन का आनन्द*
*जीवन का आनन्द*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ज़िन्दगी में कभी कोई रुह तक आप के पहुँच गया हो तो
ज़िन्दगी में कभी कोई रुह तक आप के पहुँच गया हो तो
शिव प्रताप लोधी
मां की जीवटता ही प्रेरित करती है, देश की सेवा के लिए। जिनकी
मां की जीवटता ही प्रेरित करती है, देश की सेवा के लिए। जिनकी
Sanjay ' शून्य'
दोस्तो जिंदगी में कभी कभी ऐसी परिस्थिति आती है, आप चाहे लाख
दोस्तो जिंदगी में कभी कभी ऐसी परिस्थिति आती है, आप चाहे लाख
Sunil Maheshwari
कौन कहता है की ,
कौन कहता है की ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य
जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*प्रणय प्रभात*
मौसम का मिजाज़ अलबेला
मौसम का मिजाज़ अलबेला
Buddha Prakash
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
New Beginnings. 🌻
New Beginnings. 🌻
पूर्वार्थ
जून की दोपहर
जून की दोपहर
Kanchan Khanna
सरपरस्त
सरपरस्त
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
* लक्ष्य सही होना चाहिए।*
* लक्ष्य सही होना चाहिए।*
नेताम आर सी
7-सूरज भी डूबता है सरे-शाम देखिए
7-सूरज भी डूबता है सरे-शाम देखिए
Ajay Kumar Vimal
युगांतर
युगांतर
Suryakant Dwivedi
याद आती है हर बात
याद आती है हर बात
Surinder blackpen
हकीकत
हकीकत
dr rajmati Surana
: काश कोई प्यार को समझ पाता
: काश कोई प्यार को समझ पाता
shabina. Naaz
3365.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3365.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
गीत
गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
جستجو ءے عیش
جستجو ءے عیش
Ahtesham Ahmad
खानदानी चाहत में राहत🌷
खानदानी चाहत में राहत🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*फिल्म समीक्षक: रवि प्रकाश*
*फिल्म समीक्षक: रवि प्रकाश*
Ravi Prakash
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
Sarfaraz Ahmed Aasee
सेर
सेर
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
बॉलीवुड का क्रैज़ी कमबैक रहा है यह साल - आलेख
बॉलीवुड का क्रैज़ी कमबैक रहा है यह साल - आलेख
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
जिस्म झुलसाती हुई गर्मी में..
जिस्म झुलसाती हुई गर्मी में..
Shweta Soni
ایک سفر مجھ میں رواں ہے کب سے
ایک سفر مجھ میں رواں ہے کب سے
Simmy Hasan
Loading...