हे राम मेरे क्षमा करना
हे राम मेरे क्षमा करना
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हे राम मेरे क्षमा करना
प्राण प्रतिष्ठा हेतु अदालत जाना पडा ।
पर था करना जरूरी यह भी
तर्क वितर्क किये अनगिनत
तब ऐतिहासिक फैसला आया
जिसने रामलला को विराजमान कराया
किन्तु यह इतना आसान न था
सांस्कृतिक सदभाव भी बनाना था
राम की मर्यादा कायम रखना था
शान्ति से प्रतिष्ठापना जयघोष कराना था
इसलिये अदालत जाना षडा
इसलिए हे राम माफ करना —
पांच सौ वर्षों का संघर्ष कम तो नहीं
कारसेवक संतों ने झेला जो कम तो नहीं
युगों युगों तक राम गाथा गायी जायेगी
भक्ति की पावन गंगा बहायी जायेगी
इसलिए तो अदालत जाना पड़ा ।