हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
याद तुम्हारा जो करता निस दिन,
कृपा उसी पर बनी रहती है,
सच्चे हृदय से समर्पित है जो,
भक्ति उसका देता है फल।
परम परमेश्वर बंदन करते हम भी,
जीवन सबका सफल कर दो तुम,
भूले बिसरे है प्राणी जग मे,
मार्ग मुक्ति का दे देना तुम।
कर्म हमारे ऐसे हो जग मे,
ऐसा पथ हमको तुम दिखला देना,
प्रसन्न मन बिन भेद भाव के,
अहं तज करे परहित सबका।
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे,
तुम हि हो सबके जीवन के दाता,
साया तेरा लेकर हम बढ़े,
कल्याण तुम्हारे नाम से हो।
संचार हो लाहु और सांसे मेरी,
भक्ति शक्ति का प्रवाह रहे,
मन भी डोले कृपा तुम्हारी,
जय जय कार तुम्हारी,जय हो तुम्हारी।