हे प्रिये !!
हे प्रिये!!
तुम मेरे लिए,
मीत हो,
गीत हो,
संगीत हो,
जीत हो,
तुम दिन हो,
रात हो,
मेरे जज़्बात हो,
कागज़ तुम्ही,
कलम तुम्हीं,
तुम्हीं मेरे अल्फ़ाज़ हो,
तुम मेरी
जिस्म हो,
जान हो,
मान हो,
सम्मान हो,
हे प्रिये,
तुम जीने की,
आस हो,
विश्वास हो,
धड़कन हो,
श्वांस हो,
तुम सबकुछ हो प्रिये,
मेरे लिए,
उम्र भर के लिए,
सिर्फ तेरा साथ हो…
©ऋषि सिंह”गूंज”